शनिवार, 3 जनवरी 2009

संतोषी की माता आरती ...

गणेश स्मरण...
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा,
माता जाकी पारवती पिता महादेवा।
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लडुवन का भोग लगे संत करें सेवा।
संतोषी माँ की आरती...
ॐ जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
भक्त जनन हित कारिणी, ...भक्त जनन हित कारिणी, सुख सम्पति दाता। ...ॐ जय संतोषी माता
शीश मुकट सोने का, गल मुक्ता माला। ...मैया गल मुक्ता माला ।
कानन कुंडल राजे ...कानन कुंडल राजे, कमला कृति बाला। ...ॐ जय संतोषी माता
भाल बिन्दिका राजे, नासाग्रह मोती ...मैया नासाग्रह मोती ।
चार भुजा फलदाई ...चार भुजा फलदाई , नेत्र रतन ज्योति। ...ॐ जय संतोषी माता
भक्ति भाव की भूखी, मन वांछित दाता ...मैया मन वांछित दाता।
जो कोई तुमको ध्यावे, .....जो कोई तुमको ध्यावे, कभी न दुःख पाता ...ॐ जय संतोषी माता ।
गुड अरु चना तुम्हे है, मोदक से प्यारा ......मैया मोदक से प्यारा।
शुक्रवार शुभ दिन है ...शुक्रवार शुभ दिन है, तुमने चित धारा ...ॐ जय संतोषी माता ।
सुर नर ज्ञानी ध्यानी, तेरे गुन गावे ... मैया तेरे गुन गावे।
सनकादिक ब्रह्मादिक ...सनकादिक ब्रह्मादिक, सब तुमको ध्यावे ...ॐ जय संतोषी माता ।
ब्रम्हाणी रूद्राणी तू कमला रानी ...मैया तू कमला रानी।
सकल सिद्धि की दायक ...सकल सिद्धि की दायक, तू माँ कल्याणी ...ॐ जय संतोषी माता।
रूप अरूप सवाया, खड़क त्रिशूल धारी ...मैया खड़क त्रिशूल धारी।
बालक युवक सभी नर ...बालक युवक सभी नर, नारी बलिहारी ...ॐ जय संतोषी माता।
तन मन धन, सबकुछ है तोरा ......मैया सबकुछ है तोरा।
तोरा तुझ को अर्पण ...तोरा तुझ को अर्पण, क्या लागे मोरा ...ॐ जय संतोषी माता।
जो कोई यह आरती, चित मन से गावे ...मैया चित मन से गावे।
लख चौरासी छूटे ......लख चौरासी छूटे, भव से तर जावे ...ॐ जय संतोषी माता।
ॐ जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
भक्त जनन हित कारिणी ...भक्त जनन हित कारिणी, सुख सम्पति दाता।...ॐ जय संतोषी माता।

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